10 जून2019 स्वामी विवेकानंद का शिक्षा दर्शन ऋग्वेद के 5/5/2 में कहा गया है- “विद्वान् पुरुष” सत्य और ज्ञानके सदुपयोग से लोगो को सुखी बनायें, जैसे गाय अपने दूध से अपने पालक को सुखी बनाती है ।